نتائج البحث: 6236
|
ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5409 | 70 | 34 | والذين هم على صلاتهم يحافظون |
| | | और जो लोग अपनी नमाज़ो का ख्याल रखते हैं |
|
5410 | 70 | 35 | أولئك في جنات مكرمون |
| | | यही लोग बेहिश्त के बाग़ों में इज्ज़त से रहेंगे |
|
5411 | 70 | 36 | فمال الذين كفروا قبلك مهطعين |
| | | तो (ऐ रसूल) काफिरों को क्या हो गया है |
|
5412 | 70 | 37 | عن اليمين وعن الشمال عزين |
| | | कि तुम्हारे पास गिरोह गिरोह दाहिने से बाएँ से दौड़े चले आ रहे हैं |
|
5413 | 70 | 38 | أيطمع كل امرئ منهم أن يدخل جنة نعيم |
| | | क्या इनमें से हर शख़्श इस का मुतमइनी है कि चैन के बाग़ (बेहिश्त) में दाख़िल होगा |
|
5414 | 70 | 39 | كلا إنا خلقناهم مما يعلمون |
| | | हरगिज़ नहीं हमने उनको जिस (गन्दी) चीज़ से पैदा किया ये लोग जानते हैं |
|
5415 | 70 | 40 | فلا أقسم برب المشارق والمغارب إنا لقادرون |
| | | तो मैं मशरिकों और मग़रिबों के परवरदिगार की क़सम खाता हूँ कि हम ज़रूर इस बात की कुदरत रखते हैं |
|
5416 | 70 | 41 | على أن نبدل خيرا منهم وما نحن بمسبوقين |
| | | कि उनके बदले उनसे बेहतर लोग ला (बसाएँ) और हम आजिज़ नहीं हैं |
|
5417 | 70 | 42 | فذرهم يخوضوا ويلعبوا حتى يلاقوا يومهم الذي يوعدون |
| | | तो तुम उनको छोड़ दो कि बातिल में पड़े खेलते रहें यहाँ तक कि जिस दिन का उनसे वायदा किया जाता है उनके सामने आ मौजूद हो |
|
5418 | 70 | 43 | يوم يخرجون من الأجداث سراعا كأنهم إلى نصب يوفضون |
| | | उसी दिन ये लोग कब्रों से निकल कर इस तरह दौड़ेंगे गोया वह किसी झन्डे की तरफ दौड़े चले जाते हैं |
|