نتائج البحث: 6236
|
ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
2969 | 26 | 37 | يأتوك بكل سحار عليم |
| | | और तमाम शहरों में जादूगरों के जमा करने को हरकारे रवाना कीजिए कि वह लोग तमाम बड़े बड़े खिलाड़ी जादूगरों की आपके सामने ला हाज़िर करें |
|
2970 | 26 | 38 | فجمع السحرة لميقات يوم معلوم |
| | | ग़रज़ वक्ते मुकर्रर हुआ सब जादूगर उस मुक़र्रर के वायदे पर जमा किए गए |
|
2971 | 26 | 39 | وقيل للناس هل أنتم مجتمعون |
| | | और लोगों में मुनादी करा दी गयी कि तुम लोग अब भी जमा होगे |
|
2972 | 26 | 40 | لعلنا نتبع السحرة إن كانوا هم الغالبين |
| | | या नहीं ताकि अगर जादूगर ग़ालिब और वर है तो हम लोग उनकी पैरवी करें |
|
2973 | 26 | 41 | فلما جاء السحرة قالوا لفرعون أئن لنا لأجرا إن كنا نحن الغالبين |
| | | अलग़रज जब सब जादूगर आ गये तो जादूगरों ने फिरऔन से कहा कि अगर हम ग़ालिब आ गए तो हमको यक़ीनन कुछ इनाम (सरकार से) मिलेगा |
|
2974 | 26 | 42 | قال نعم وإنكم إذا لمن المقربين |
| | | फिरऔन ने कहा हा (ज़रुर मिलेगा) और (इनाम क्या चीज़ है) तुम उस वक्त (मेरे) मुकररेबीन (बारगाह) से हो गए |
|
2975 | 26 | 43 | قال لهم موسى ألقوا ما أنتم ملقون |
| | | मूसा ने जादूगरों से कहा (मंत्र व तंत्र) जो कुछ तुम्हें फेंकना हो फेंको |
|
2976 | 26 | 44 | فألقوا حبالهم وعصيهم وقالوا بعزة فرعون إنا لنحن الغالبون |
| | | इस पर जादूगरों ने अपनी रस्सियाँ और अपनी छड़ियाँ (मैदान में) डाल दी और कहने लगे फिरऔन के जलाल की क़सम हम ही ज़रुर ग़ालिब रहेंगे |
|
2977 | 26 | 45 | فألقى موسى عصاه فإذا هي تلقف ما يأفكون |
| | | तब मूसा ने अपनी छड़ी डाली तो जादूगरों ने जो कुछ (शोबदे) बनाए थे उसको वह निगलने लगी |
|
2978 | 26 | 46 | فألقي السحرة ساجدين |
| | | ये देखते ही जादूगर लोग सजदे में (मूसा के सामने) गिर पडे |
|