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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
6040 | 90 | 17 | ثم كان من الذين آمنوا وتواصوا بالصبر وتواصوا بالمرحمة |
| | | फिर तो उन लोगों में (शामिल) हो जाता जो ईमान लाए और सब्र की नसीहत और तरस खाने की वसीयत करते रहे |
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6041 | 90 | 18 | أولئك أصحاب الميمنة |
| | | यही लोग ख़ुश नसीब हैं |
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6042 | 90 | 19 | والذين كفروا بآياتنا هم أصحاب المشأمة |
| | | और जिन लोगों ने हमारी आयतों से इन्कार किया है यही लोग बदबख्त हैं |
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6043 | 90 | 20 | عليهم نار مؤصدة |
| | | कि उनको आग में डाल कर हर तरफ से बन्द कर दिया जाएगा |
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6044 | 91 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم والشمس وضحاها |
| | | सूरज की क़सम और उसकी रौशनी की |
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6045 | 91 | 2 | والقمر إذا تلاها |
| | | और चाँद की जब उसके पीछे निकले |
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6046 | 91 | 3 | والنهار إذا جلاها |
| | | और दिन की जब उसे चमका दे |
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6047 | 91 | 4 | والليل إذا يغشاها |
| | | और रात की जब उसे ढाँक ले |
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6048 | 91 | 5 | والسماء وما بناها |
| | | और आसमान की और जिसने उसे बनाया |
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6049 | 91 | 6 | والأرض وما طحاها |
| | | और ज़मीन की जिसने उसे बिछाया |
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