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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5375 | 69 | 52 | فسبح باسم ربك العظيم |
| | | तो तुम अपने परवरदिगार की तसबीह करो |
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5376 | 70 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم سأل سائل بعذاب واقع |
| | | एक माँगने वाले ने काफिरों के लिए होकर रहने वाले अज़ाब को माँगा |
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5377 | 70 | 2 | للكافرين ليس له دافع |
| | | जिसको कोई टाल नहीं सकता |
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5378 | 70 | 3 | من الله ذي المعارج |
| | | जो दर्जे वाले ख़ुदा की तरफ से (होने वाला) था |
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5379 | 70 | 4 | تعرج الملائكة والروح إليه في يوم كان مقداره خمسين ألف سنة |
| | | जिसकी तरफ फ़रिश्ते और रूहुल अमीन चढ़ते हैं (और ये) एक दिन में इतनी मुसाफ़त तय करते हैं जिसका अन्दाज़ा पचास हज़ार बरस का होगा |
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5380 | 70 | 5 | فاصبر صبرا جميلا |
| | | तो तुम अच्छी तरह इन तक़लीफों को बरदाश्त करते रहो |
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5381 | 70 | 6 | إنهم يرونه بعيدا |
| | | वह (क़यामत) उनकी निगाह में बहुत दूर है |
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5382 | 70 | 7 | ونراه قريبا |
| | | और हमारी नज़र में नज़दीक है |
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5383 | 70 | 8 | يوم تكون السماء كالمهل |
| | | जिस दिन आसमान पिघले हुए ताँबे का सा हो जाएगा |
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5384 | 70 | 9 | وتكون الجبال كالعهن |
| | | और पहाड़ धुनके हुए ऊन का सा |
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