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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5291 | 68 | 20 | فأصبحت كالصريم |
| | | और वह ऐसा हो गया जैसे कटी हुई फ़सल |
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5292 | 68 | 21 | فتنادوا مصبحين |
| | | फिर प्रातःकाल होते ही उन्होंने एक-दूसरे को आवाज़ दी |
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5293 | 68 | 22 | أن اغدوا على حرثكم إن كنتم صارمين |
| | | कि "यदि तुम्हें फल तोड़ना है तो अपनी खेती पर सवेरे ही पहुँचो।" |
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5294 | 68 | 23 | فانطلقوا وهم يتخافتون |
| | | अतएव वे चुपके-चुपके बातें करते हुए चल पड़े |
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5295 | 68 | 24 | أن لا يدخلنها اليوم عليكم مسكين |
| | | कि आज वहाँ कोई मुहताज तुम्हारे पास न पहुँचने पाए |
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5296 | 68 | 25 | وغدوا على حرد قادرين |
| | | और वे आज तेज़ी के साथ चले मानो (मुहताजों को) रोक देने की उन्हें सामर्थ्य प्राप्त है |
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5297 | 68 | 26 | فلما رأوها قالوا إنا لضالون |
| | | किन्तु जब उन्होंने उसको देखा, कहने लगे, "निश्चय ही हम भटक गए है। |
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5298 | 68 | 27 | بل نحن محرومون |
| | | नहीं, बल्कि हम वंचित होकर रह गए।" |
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5299 | 68 | 28 | قال أوسطهم ألم أقل لكم لولا تسبحون |
| | | उनमें जो सबसे अच्छा था कहने लगा, "क्या मैंने तुमसे कहा नहीं था? तुम तसबीह क्यों नहीं करते?" |
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5300 | 68 | 29 | قالوا سبحان ربنا إنا كنا ظالمين |
| | | वे पुकार उठे, "महान और उच्च है हमारा रब! निश्चय ही हम ज़ालिम थे।" |
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