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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
4346 | 43 | 21 | أم آتيناهم كتابا من قبله فهم به مستمسكون |
| | | या हमने उनको उससे पहले कोई किताब दी थी कि ये लोग उसे मज़बूत थामें हुए हैं |
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4347 | 43 | 22 | بل قالوا إنا وجدنا آباءنا على أمة وإنا على آثارهم مهتدون |
| | | बल्कि ये लोग तो ये कहते हैं कि हमने अपने बाप दादाओं को एक तरीके पर पाया और हम उनको क़दम ब क़दम ठीक रास्ते पर चले जा रहें हैं |
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4348 | 43 | 23 | وكذلك ما أرسلنا من قبلك في قرية من نذير إلا قال مترفوها إنا وجدنا آباءنا على أمة وإنا على آثارهم مقتدون |
| | | और (ऐ रसूल) इसी तरह हमने तुमसे पहले किसी बस्ती में कोई डराने वाला (पैग़म्बर) नहीं भेजा मगर वहाँ के ख़ुशहाल लोगों ने यही कहा कि हमने अपने बाप दादाओं को एक तरीके पर पाया, और हम यक़ीनी उनके क़दम ब क़दम चले जा रहे हैं |
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4349 | 43 | 24 | قال أولو جئتكم بأهدى مما وجدتم عليه آباءكم قالوا إنا بما أرسلتم به كافرون |
| | | (इस पर) उनके पैग़म्बर ने कहा भी जिस तरीक़े पर तुमने अपने बाप दादाओं को पाया अगरचे मैं तुम्हारे पास इससे बेहतर राहे रास्त पर लाने वाला दीन लेकर आया हूँ (तो भी न मानोगे) वह बोले (कुछ हो मगर) हम तो उस दीन को जो तुम देकर भेजे गए हो मानने वाले नहीं |
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4350 | 43 | 25 | فانتقمنا منهم فانظر كيف كان عاقبة المكذبين |
| | | तो हमने उनसे बदला लिया (तो ज़रा) देखो तो कि झुठलाने वालों का क्या अन्जाम हुआ |
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4351 | 43 | 26 | وإذ قال إبراهيم لأبيه وقومه إنني براء مما تعبدون |
| | | (और वह वख्त याद करो) जब इब्राहीम ने अपने (मुँह बोले) बाप (आज़र) और अपनी क़ौम से कहा कि जिन चीज़ों को तुम लोग पूजते हो मैं यक़ीनन उससे बेज़ार हूँ |
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4352 | 43 | 27 | إلا الذي فطرني فإنه سيهدين |
| | | मगर उसकी इबादत करता हूँ, जिसने मुझे पैदा किया तो वही बहुत जल्द मेरी हिदायत करेगा |
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4353 | 43 | 28 | وجعلها كلمة باقية في عقبه لعلهم يرجعون |
| | | और उसी (ईमान) को इब्राहीम ने अपनी औलाद में हमेशा बाक़ी रहने वाली बात छोड़ गए ताकि वह (ख़ुदा की तरफ रूजू) करें |
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4354 | 43 | 29 | بل متعت هؤلاء وآباءهم حتى جاءهم الحق ورسول مبين |
| | | बल्कि मैं उनको और उनके बाप दादाओं को फायदा पहुँचाता रहा यहाँ तक कि उनके पास (दीने) हक़ और साफ़ साफ़ बयान करने वाला रसूल आ पहुँचा |
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4355 | 43 | 30 | ولما جاءهم الحق قالوا هذا سحر وإنا به كافرون |
| | | और जब उनके पास (दीन) हक़ आ गया तो कहने लगे ये तो जादू है और हम तो हरगिज़ इसके मानने वाले नहीं |
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