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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
4216 | 40 | 83 | فلما جاءتهم رسلهم بالبينات فرحوا بما عندهم من العلم وحاق بهم ما كانوا به يستهزئون |
| | | फिर जब उनके रसूल उनके पास स्पष्ट प्रमाणों के साथ आए तो जो ज्ञान उनके अपने पास था वे उसी पर मग्न होते रहे और उनको उसी चीज़ ने आ घेरा जिसका वे परिहास करते थे |
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4217 | 40 | 84 | فلما رأوا بأسنا قالوا آمنا بالله وحده وكفرنا بما كنا به مشركين |
| | | फिर जब उन्होंने हमारी यातना देखी तो कहने लगे, "हम ईमान लाए अल्लाह पर जो अकेला है और उसका इनकार किया जिसे हम उसका साझी ठहराते थे।" |
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4218 | 40 | 85 | فلم يك ينفعهم إيمانهم لما رأوا بأسنا سنت الله التي قد خلت في عباده وخسر هنالك الكافرون |
| | | किन्तु उनका ईमान उनको कुछ भी लाभ नहीं पहुँचा सकता था जबकि उन्होंने हमारी यातना को देख लिया - यही अल्लाह की रीति है, जो उसके बन्दों में पहले से चली आई है - और उस समय इनकार करनेवाले घाटे में पड़कर रहे |
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4219 | 41 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم حم |
| | | हा॰ मीम॰ |
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4220 | 41 | 2 | تنزيل من الرحمن الرحيم |
| | | यह अवतरण है बड़े कृपाशील, अत्यन्त दयावान की ओर से, |
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4221 | 41 | 3 | كتاب فصلت آياته قرآنا عربيا لقوم يعلمون |
| | | एक किताब, जिसकी आयतें खोल-खोलकर बयान हुई है; अरबी क़ुरआन के रूप में, उन लोगों के लिए जो जानना चाहें; |
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4222 | 41 | 4 | بشيرا ونذيرا فأعرض أكثرهم فهم لا يسمعون |
| | | शुभ सूचक एवं सचेतकर्त्ता किन्तु उनमें से अधिकतर कतरा गए तो वे सुनते ही नहीं |
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4223 | 41 | 5 | وقالوا قلوبنا في أكنة مما تدعونا إليه وفي آذاننا وقر ومن بيننا وبينك حجاب فاعمل إننا عاملون |
| | | और उनका कहना है कि "जिसकी ओर तुम हमें बुलाते हो उसके लिए तो हमारे दिल आवरणों में है। और हमारे कानों में बोझ है। और हमारे और तुम्हारे बीच एक ओट है; अतः तुम अपना काम करो, हम तो अपना काम करते है।" |
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4224 | 41 | 6 | قل إنما أنا بشر مثلكم يوحى إلي أنما إلهكم إله واحد فاستقيموا إليه واستغفروه وويل للمشركين |
| | | कह दो, "मैं तो तुम्हीं जैसा मनुष्य हूँ। मेरी ओर प्रकाशना की जाती है कि तुम्हारा पूज्य-प्रभु बस अकेला पूज्य-प्रभु है। अतः तुम सीधे उसी का रुख करो और उसी से क्षमा-याचना करो - साझी ठहरानेवालों के लिए तो बड़ी तबाही है, |
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4225 | 41 | 7 | الذين لا يؤتون الزكاة وهم بالآخرة هم كافرون |
| | | जो ज़कात नहीं देते और वही है जो आख़िरत का इनकार करते है। - |
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