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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
4017 | 38 | 47 | وإنهم عندنا لمن المصطفين الأخيار |
| | | और इसमें शक नहीं कि ये लोग हमारी बारगाह में बरगुज़ीदा और नेक लोगों में हैं |
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4018 | 38 | 48 | واذكر إسماعيل واليسع وذا الكفل وكل من الأخيار |
| | | और (ऐ रसूल) इस्माईल और अलयसा और जुलकिफ़ल को (भी) याद करो और (ये) सब नेक बन्दों में हैं |
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4019 | 38 | 49 | هذا ذكر وإن للمتقين لحسن مآب |
| | | ये एक नसीहत है और इसमें शक नहीं कि परहेज़गारों के लिए (आख़ेरत में) यक़ीनी अच्छी आरामगाह है |
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4020 | 38 | 50 | جنات عدن مفتحة لهم الأبواب |
| | | (यानि) हमेशा रहने के (बेहिश्त के) सदाबहार बाग़ात जिनके दरवाज़े उनके लिए (बराबर) खुले होगें |
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4021 | 38 | 51 | متكئين فيها يدعون فيها بفاكهة كثيرة وشراب |
| | | और ये लोग वहाँ तकिये लगाए हुए (चैन से बैठे) होगें वहाँ (खुद्दामे बेहिश्त से) कसरत से मेवे और शराब मँगवाएँगे |
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4022 | 38 | 52 | وعندهم قاصرات الطرف أتراب |
| | | और उनके पहलू में नीची नज़रों वाली (शरमीली) कमसिन बीवियाँ होगी |
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4023 | 38 | 53 | هذا ما توعدون ليوم الحساب |
| | | (मोमिनों) ये वह चीज़ हैं जिनका हिसाब के दिन (क़यामत) के लिए तुमसे वायदा किया जाता है |
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4024 | 38 | 54 | إن هذا لرزقنا ما له من نفاد |
| | | बेशक ये हमारी (दी हुई) रोज़ी है जो कभी तमाम न होगी |
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4025 | 38 | 55 | هذا وإن للطاغين لشر مآب |
| | | ये परहेज़गारों का (अन्जाम) है और सरकशों का तो यक़ीनी बुरा ठिकाना है |
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4026 | 38 | 56 | جهنم يصلونها فبئس المهاد |
| | | जहन्नुम जिसमें उनको जाना पड़ेगा तो वह क्या बुरा ठिकाना है |
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