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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3885 | 37 | 97 | قالوا ابنوا له بنيانا فألقوه في الجحيم |
| | | वे बोले, "उनके लिए एक मकान (अर्थात अग्नि-कुंड) तैयार करके उसे भड़कती आग में डाल दो!" |
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3886 | 37 | 98 | فأرادوا به كيدا فجعلناهم الأسفلين |
| | | अतः उन्होंने उसके साथ एक चाल चलनी चाही, किन्तु हमने उन्हीं को नीचा दिखा दिया |
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3887 | 37 | 99 | وقال إني ذاهب إلى ربي سيهدين |
| | | उसने कहा, "मैं अपने रब की ओर जा रहा हूँ, वह मेरा मार्गदर्शन करेगा |
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3888 | 37 | 100 | رب هب لي من الصالحين |
| | | ऐ मेरे रब! मुझे कोई नेक संतान प्रदान कर।" |
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3889 | 37 | 101 | فبشرناه بغلام حليم |
| | | तो हमने उसे एक सहनशील पुत्र की शुभ सूचना दी |
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3890 | 37 | 102 | فلما بلغ معه السعي قال يا بني إني أرى في المنام أني أذبحك فانظر ماذا ترى قال يا أبت افعل ما تؤمر ستجدني إن شاء الله من الصابرين |
| | | फिर जब वह उसके साथ दौड़-धूप करने की अवस्था को पहुँचा तो उसने कहा, "ऐ मेरे प्रिय बेटे! मैं स्वप्न में देखता हूँ कि तुझे क़ुरबान कर रहा हूँ। तो अब देख, तेरा क्या विचार है?" उसने कहा, "ऐ मेरे बाप! जो कुछ आपको आदेश दिया जा रहा है उसे कर डालिए। अल्लाह ने चाहा तो आप मुझे धैर्यवान पाएँगे।" |
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3891 | 37 | 103 | فلما أسلما وتله للجبين |
| | | अन्ततः जब दोनों ने अपने आपको (अल्लाह के आगे) झुका दिया और उसने (इबाराहीम ने) उसे कनपटी के बल लिटा दिया (तो उस समय क्या दृश्य रहा होगा, सोचो!) |
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3892 | 37 | 104 | وناديناه أن يا إبراهيم |
| | | और हमने उसे पुकारा, "ऐ इबराहीम! |
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3893 | 37 | 105 | قد صدقت الرؤيا إنا كذلك نجزي المحسنين |
| | | तूने स्वप्न को सच कर दिखाया। निस्संदेह हम उत्तमकारों को इसी प्रकार बदला देते है।" |
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3894 | 37 | 106 | إن هذا لهو البلاء المبين |
| | | निस्संदेह यह तो एक खुली हूई परीक्षा थी |
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