نتائج البحث: 6236
|
ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3211 | 27 | 52 | فتلك بيوتهم خاوية بما ظلموا إن في ذلك لآية لقوم يعلمون |
| | | अब ये उनके घर उनके ज़ुल्म के कारण उजडें पड़े हुए है। निश्चय ही इसमें एक बड़ी निशानी है उन लोगों के लिए जो जानना चाहें |
|
3212 | 27 | 53 | وأنجينا الذين آمنوا وكانوا يتقون |
| | | और हमने उन लोगों को बचा लिया, जो ईमान लाए और डर रखते थे |
|
3213 | 27 | 54 | ولوطا إذ قال لقومه أتأتون الفاحشة وأنتم تبصرون |
| | | और लूत को भी भेजा, जब उसने अपनी क़ौम के लोगों से कहा, "क्या तुम आँखों देखते हुए अश्लील कर्म करते हो? |
|
3214 | 27 | 55 | أئنكم لتأتون الرجال شهوة من دون النساء بل أنتم قوم تجهلون |
| | | क्या तुम स्त्रियों को छोड़कर अपनी काम-तृप्ति के लिए पुरुषों के पास जाते हो? बल्कि बात यह है कि तुम बड़े ही जाहिल लोग हो।" |
|
3215 | 27 | 56 | فما كان جواب قومه إلا أن قالوا أخرجوا آل لوط من قريتكم إنهم أناس يتطهرون |
| | | परन्तु उसकी क़ौम के लोगों का उत्तर इसके सिवा कुछ न था कि उन्होंने कहा, "निकाल बाहर करो लूत के घरवालों को अपनी बस्ती से। ये लोग सुथराई को बहुत पसन्द करते है!" |
|
3216 | 27 | 57 | فأنجيناه وأهله إلا امرأته قدرناها من الغابرين |
| | | अन्ततः हमने उसे और उसके घरवालों को बचा लिया सिवाय उसकी स्त्री के। उसके लिए हमने नियत कर दिया था कि वह पीछे रह जानेवालों में से होगी |
|
3217 | 27 | 58 | وأمطرنا عليهم مطرا فساء مطر المنذرين |
| | | और हमने उनपर एक बरसात बरसाई और वह बहुत ही बुरी बरसात था उन लोगों के हक़ में, जिन्हें सचेत किया जा चुका था |
|
3218 | 27 | 59 | قل الحمد لله وسلام على عباده الذين اصطفى آلله خير أما يشركون |
| | | कहो, "प्रशंसा अल्लाह के लिए है और सलाम है उनके उन बन्दों पर जिन्हें उसने चुन लिया। क्या अल्लाह अच्छा है या वे जिन्हें वे साझी ठहरा रहे है? |
|
3219 | 27 | 60 | أمن خلق السماوات والأرض وأنزل لكم من السماء ماء فأنبتنا به حدائق ذات بهجة ما كان لكم أن تنبتوا شجرها أإله مع الله بل هم قوم يعدلون |
| | | (तुम्हारे पूज्य अच्छे है) या वह जिसने आकाशों और धरती को पैदा किया और तुम्हारे लिए आकाश से पानी बरसाया; उसके द्वारा हमने रमणीय उद्यान उगाए? तुम्हारे लिए सम्भव न था कि तुम उनके वृक्षों को उगाते। - क्या अल्लाह के साथ कोई और प्रभु-पूज्य है? नहीं, बल्कि वही लोग मार्ग से हटकर चले जा रहे है! |
|
3220 | 27 | 61 | أمن جعل الأرض قرارا وجعل خلالها أنهارا وجعل لها رواسي وجعل بين البحرين حاجزا أإله مع الله بل أكثرهم لا يعلمون |
| | | या वह जिसने धरती को ठहरने का स्थान बनाया और उसके बीच-बीच में नदियाँ बहाई और उसके लिए मज़बूत पहाड़ बनाए और दो समुद्रों के बीच एक रोक लगा दी। क्या अल्लाह के साथ कोई और प्रभु पूज्य है? नहीं, उनमें से अधिकतर लोग जानते ही नही! |
|