بسم الله الرحمن الرحيم

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ترتيب الآيةرقم السورةرقم الآيةالاية
3795377وحفظا من كل شيطان مارد
और (तारों को) हर सरकश शैतान से हिफ़ाज़त के वास्ते (भी पैदा किया)
3796378لا يسمعون إلى الملإ الأعلى ويقذفون من كل جانب
कि अब शैतान आलमे बाला की तरफ़ कान भी नहीं लगा सकते और (जहाँ सुन गुन लेना चाहा तो) हर तरफ़ से खदेड़ने के लिए शहाब फेके जाते हैं
3797379دحورا ولهم عذاب واصب
और उनके लिए पाएदार अज़ाब है
37983710إلا من خطف الخطفة فأتبعه شهاب ثاقب
मगर जो (शैतान शाज़ व नादिर फरिश्तों की) कोई बात उचक ले भागता है तो आग का दहकता हुआ तीर उसका पीछा करता है
37993711فاستفتهم أهم أشد خلقا أم من خلقنا إنا خلقناهم من طين لازب
तो (ऐ रसूल) तुम उनसे पूछो तो कि उनका पैदा करना ज्यादा दुश्वार है या उन (मज़कूरा) चीज़ों का जिनको हमने पैदा किया हमने तो उन लोगों को लसदार मिट्टी से पैदा किया
38003712بل عجبت ويسخرون
बल्कि तुम (उन कुफ्फ़ार के इन्कार पर) ताज्जुब करते हो और वह लोग (तुमसे) मसख़रापन करते हैं
38013713وإذا ذكروا لا يذكرون
और जब उन्हें समझाया जाता है तो समझते नहीं हैं
38023714وإذا رأوا آية يستسخرون
और जब किसी मौजिजे क़ो देखते हैं तो (उससे) मसख़रापन करते हैं
38033715وقالوا إن هذا إلا سحر مبين
और कहते हैं कि ये तो बस खुला हुआ जादू है
38043716أإذا متنا وكنا ترابا وعظاما أإنا لمبعوثون
भला जब हम मर जाएँगे और ख़ाक और हड्डियाँ रह जाएँगे


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