نتائج البحث: 6236
|
ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
1805 | 15 | 3 | ذرهم يأكلوا ويتمتعوا ويلههم الأمل فسوف يعلمون |
| | | छोड़ो उन्हें खाएँ और मज़े उड़ाएँ और (लम्बी) आशा उन्हें भुलावे में डाले रखे। उन्हें जल्द ही मालूम हो जाएगा! |
|
1806 | 15 | 4 | وما أهلكنا من قرية إلا ولها كتاب معلوم |
| | | हमने जिस बस्ती को भी विनष्ट किया है, उसके लिए अनिवार्यतः एक निश्चित फ़ैसला रहा है! |
|
1807 | 15 | 5 | ما تسبق من أمة أجلها وما يستأخرون |
| | | किसी समुदाय के लोग न अपने निश्चित समय से आगे बढ़ सकते है और न वे पीछे रह सकते है |
|
1808 | 15 | 6 | وقالوا يا أيها الذي نزل عليه الذكر إنك لمجنون |
| | | वे कहते है, "ऐ व्यक्ति, जिसपर अनुस्मरण अवतरित हुआ, तुम निश्चय ही दीवाने हो! |
|
1809 | 15 | 7 | لو ما تأتينا بالملائكة إن كنت من الصادقين |
| | | यदि तुम सच्चे हो तो हमारे समक्ष फ़रिश्तों को क्यों नहीं ले आते?" |
|
1810 | 15 | 8 | ما ننزل الملائكة إلا بالحق وما كانوا إذا منظرين |
| | | फ़रिश्तों को हम केवल सत्य के प्रयोजन हेतु उतारते है और उस समय लोगों को मुहलत नहीं मिलेगी |
|
1811 | 15 | 9 | إنا نحن نزلنا الذكر وإنا له لحافظون |
| | | यह अनुसरण निश्चय ही हमने अवतरित किया है और हम स्वयं इसके रक्षक हैं |
|
1812 | 15 | 10 | ولقد أرسلنا من قبلك في شيع الأولين |
| | | तुमसे पहले कितने ही विगत गिरोंहों में हम रसूल भेज चुके है |
|
1813 | 15 | 11 | وما يأتيهم من رسول إلا كانوا به يستهزئون |
| | | कोई भी रसूल उनके पास ऐसा नहीं आया, जिसका उन्होंने उपहास न किया हो |
|
1814 | 15 | 12 | كذلك نسلكه في قلوب المجرمين |
| | | इसी तरह हम अपराधियों के दिलों में इसे उतारते है |
|