بسم الله الرحمن الرحيم

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ترتيب الآيةرقم السورةرقم الآيةالاية
55797528وظن أنه الفراق
और मरने वाले ने समझा कि अब (सबसे) जुदाई है
55807529والتفت الساق بالساق
और (मौत की तकलीफ़ से) पिन्डली से पिन्डली लिपट जाएगी
55817530إلى ربك يومئذ المساق
उस दिन तुमको अपने परवरदिगार की बारगाह में चलना है
55827531فلا صدق ولا صلى
तो उसने (ग़फलत में) न (कलामे ख़ुदा की) तसदीक़ की न नमाज़ पढ़ी
55837532ولكن كذب وتولى
मगर झुठलाया और (ईमान से) मुँह फेरा
55847533ثم ذهب إلى أهله يتمطى
अपने घर की तरफ इतराता हुआ चला
55857534أولى لك فأولى
अफसोस है तुझ पर फिर अफसोस है फिर तुफ़ है
55867535ثم أولى لك فأولى
तुझ पर फिर तुफ़ है
55877536أيحسب الإنسان أن يترك سدى
क्या इन्सान ये समझता है कि वह यूँ ही छोड़ दिया जाएगा
55887537ألم يك نطفة من مني يمنى
क्या वह (इब्तेदन) मनी का एक क़तरा न था जो रहम में डाली जाती है


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