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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
2501 | 21 | 18 | بل نقذف بالحق على الباطل فيدمغه فإذا هو زاهق ولكم الويل مما تصفون |
| | | नहीं, बल्कि हम तो असत्य पर सत्य की चोट लगाते है, तो वह उसका सिर तोड़ देता है। फिर क्या देखते है कि वह मिटकर रह जाता है और तुम्हारे लिए तबाही है उन बातों के कारण जो तुम बनाते हो! |
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2502 | 21 | 19 | وله من في السماوات والأرض ومن عنده لا يستكبرون عن عبادته ولا يستحسرون |
| | | और आकाशों और धरती में जो कोई है उसी का है। और जो (फ़रिश्ते) उसके पास है वे न तो अपने को बड़ा समझकर उसकी बन्दगी से मुँह मोड़ते है औऱ न वे थकते है |
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2503 | 21 | 20 | يسبحون الليل والنهار لا يفترون |
| | | रात और दिन तसबीह करते रहते है, दम नहीं लेते |
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2504 | 21 | 21 | أم اتخذوا آلهة من الأرض هم ينشرون |
| | | (क्या उन्होंने आकाश से कुछ पूज्य बना लिए है)... या उन्होंने धरती से ऐसे इष्ट -पूज्य बना लिए है, जो पुनर्जीवित करते हों? |
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2505 | 21 | 22 | لو كان فيهما آلهة إلا الله لفسدتا فسبحان الله رب العرش عما يصفون |
| | | यदि इन दोनों (आकाश और धरती) में अल्लाह के सिवा दूसरे इष्ट-पूज्य भी होते तो दोनों की व्यवस्था बिगड़ जाती। अतः महान और उच्च है अल्लाह, राजासन का स्वामी, उन बातों से जो ये बयान करते है |
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2506 | 21 | 23 | لا يسأل عما يفعل وهم يسألون |
| | | जो कुछ वह करता है उससे उसकी कोई पूछ नहीं हो सकती, किन्तु इनसे पूछ होगी |
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2507 | 21 | 24 | أم اتخذوا من دونه آلهة قل هاتوا برهانكم هذا ذكر من معي وذكر من قبلي بل أكثرهم لا يعلمون الحق فهم معرضون |
| | | (क्या ये अल्लाह के हक़ को नहीं पहचानते) या उसे छोड़कर इन्होंने दूसरे इष्ट-पूज्य बना लिए है (जिसके लिए इनके पास कुछ प्रमाण है)? कह दो, "लाओ, अपना प्रमाण! यह अनुस्मृति है उनकी जो मेरे साथ है और अनुस्मृति है उनकी जो मुझसे पहले हुए है, किन्तु बात यह है कि इनमें अधिकतर सत्य को जानते नहीं, इसलिए कतरा रहे है |
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2508 | 21 | 25 | وما أرسلنا من قبلك من رسول إلا نوحي إليه أنه لا إله إلا أنا فاعبدون |
| | | हमने तुमसे पहले जो रसूल भी भेजा, उसकी ओर यही प्रकाशना की कि " "मेरे सिवा कोई पूज्य-प्रभु नहीं। अतः तुम मेरी ही बन्दगी करो।" |
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2509 | 21 | 26 | وقالوا اتخذ الرحمن ولدا سبحانه بل عباد مكرمون |
| | | और वे कहते है कि "रहमान सन्तान रखता है।" महान हो वह! बल्कि वे तो प्रतिष्ठित बन्दे हैं |
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2510 | 21 | 27 | لا يسبقونه بالقول وهم بأمره يعملون |
| | | उससे आगे बढ़कर नहीं बोलते और उनके आदेश का पालन करते है |
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