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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
6174 | 102 | 6 | لترون الجحيم |
| | | अवश्य ही तुम भड़कती आग से दो-चार होगे |
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6175 | 102 | 7 | ثم لترونها عين اليقين |
| | | फिर सुनो, उसे अवश्य देखोगे इस दशा में कि वह यथावत विश्वास होगा |
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6176 | 102 | 8 | ثم لتسألن يومئذ عن النعيم |
| | | फिर निश्चय ही उस दिन तुमसे नेमतों के बारे में पूछा जाएगा |
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6177 | 103 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم والعصر |
| | | गवाह है गुज़रता समय, |
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6178 | 103 | 2 | إن الإنسان لفي خسر |
| | | कि वास्तव में मनुष्य घाटे में है, |
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6179 | 103 | 3 | إلا الذين آمنوا وعملوا الصالحات وتواصوا بالحق وتواصوا بالصبر |
| | | सिवाय उन लोगों के जो ईमान लाए और अच्छे कर्म किए और एक-दूसरे को हक़ की ताकीद की, और एक-दूसरे को धैर्य की ताकीद की |
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6180 | 104 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم ويل لكل همزة لمزة |
| | | तबाही है हर कचो के लगानेवाले, ऐब निकालनेवाले के लिए, |
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6181 | 104 | 2 | الذي جمع مالا وعدده |
| | | जो माल इकट्ठा करता और उसे गिनता रहा |
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6182 | 104 | 3 | يحسب أن ماله أخلده |
| | | समझता है कि उसके माल ने उसे अमर कर दिया |
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6183 | 104 | 4 | كلا لينبذن في الحطمة |
| | | कदापि नहीं, वह चूर-चूर कर देनेवाली में फेंक दिया जाएगा, |
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