نتائج البحث: 6236
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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
6131 | 98 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم لم يكن الذين كفروا من أهل الكتاب والمشركين منفكين حتى تأتيهم البينة |
| | | अहले किताब और मुशरिकों से जो लोग काफिर थे जब तक कि उनके पास खुली हुई दलीलें न पहुँचे वह (अपने कुफ्र से) बाज़ आने वाले न थे |
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6132 | 98 | 2 | رسول من الله يتلو صحفا مطهرة |
| | | (यानि) ख़ुदा के रसूल जो पाक औराक़ पढ़ते हैं (आए और) |
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6133 | 98 | 3 | فيها كتب قيمة |
| | | उनमें (जो) पुरज़ोर और दरूस्त बातें लिखी हुई हैं (सुनाये) |
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6134 | 98 | 4 | وما تفرق الذين أوتوا الكتاب إلا من بعد ما جاءتهم البينة |
| | | अहले किताब मुताफ़र्रिक़ हुए भी तो जब उनके पास खुली हुई दलील आ चुकी |
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6135 | 98 | 5 | وما أمروا إلا ليعبدوا الله مخلصين له الدين حنفاء ويقيموا الصلاة ويؤتوا الزكاة وذلك دين القيمة |
| | | (तब) और उन्हें तो बस ये हुक्म दिया गया था कि निरा ख़ुरा उसी का एतक़ाद रख के बातिल से कतरा के ख़ुदा की इबादत करे और पाबन्दी से नमाज़ पढ़े और ज़कात अदा करता रहे और यही सच्चा दीन है |
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6136 | 98 | 6 | إن الذين كفروا من أهل الكتاب والمشركين في نار جهنم خالدين فيها أولئك هم شر البرية |
| | | बेशक अहले किताब और मुशरेकीन से जो लोग (अब तक) काफ़िर हैं वह दोज़ख़ की आग में (होंगे) हमेशा उसी में रहेंगे यही लोग बदतरीन ख़लाएक़ हैं |
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6137 | 98 | 7 | إن الذين آمنوا وعملوا الصالحات أولئك هم خير البرية |
| | | बेशक जो लोग ईमान लाए और अच्छे काम करते रहे यही लोग बेहतरीन ख़लाएक़ हैं |
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6138 | 98 | 8 | جزاؤهم عند ربهم جنات عدن تجري من تحتها الأنهار خالدين فيها أبدا رضي الله عنهم ورضوا عنه ذلك لمن خشي ربه |
| | | उनकी जज़ा उनके परवरदिगार के यहाँ हमेशा रहने (सहने) के बाग़ हैं जिनके नीचे नहरें जारी हैं और वह आबादुल आबाद हमेशा उसी में रहेंगे ख़ुदा उनसे राज़ी और वह ख़ुदा से ख़ुश ये (जज़ा) ख़ास उस शख़्श की है जो अपने परवरदिगार से डरे |
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6139 | 99 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم إذا زلزلت الأرض زلزالها |
| | | जब ज़मीन बड़े ज़ोरों के साथ ज़लज़ले में आ जाएगी |
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6140 | 99 | 2 | وأخرجت الأرض أثقالها |
| | | और ज़मीन अपने अन्दर के बोझे (मादनयात मुर्दे वग़ैरह) निकाल डालेगी |
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