نتائج البحث: 6236
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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
6115 | 96 | 9 | أرأيت الذي ينهى |
| | | क्या तुमने देखा उस व्यक्ति को |
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6116 | 96 | 10 | عبدا إذا صلى |
| | | जो एक बन्दे को रोकता है, जब वह नमाज़ अदा करता है? - |
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6117 | 96 | 11 | أرأيت إن كان على الهدى |
| | | तुम्हारा क्या विचार है? यदि वह सीधे मार्ग पर हो, |
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6118 | 96 | 12 | أو أمر بالتقوى |
| | | या परहेज़गारी का हुक्म दे (उसके अच्छा होने में क्या संदेह है) |
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6119 | 96 | 13 | أرأيت إن كذب وتولى |
| | | तुम्हारा क्या विचार है? यदि उस (रोकनेवाले) ने झुठलाया और मुँह मोड़ा (तो उसके बुरा होने में क्या संदेह है) - |
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6120 | 96 | 14 | ألم يعلم بأن الله يرى |
| | | क्या उसने नहीं जाना कि अल्लाह देख रहा है? |
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6121 | 96 | 15 | كلا لئن لم ينته لنسفعا بالناصية |
| | | कदापि नहीं, यदि वह बाज़ न आया तो हम चोटी पकड़कर घसीटेंगे, |
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6122 | 96 | 16 | ناصية كاذبة خاطئة |
| | | झूठी, ख़ताकार चोटी |
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6123 | 96 | 17 | فليدع ناديه |
| | | अब बुला ले वह अपनी मजलिस को! |
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6124 | 96 | 18 | سندع الزبانية |
| | | हम भी बुलाए लेते है सिपाहियों को |
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