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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
6034 | 90 | 11 | فلا اقتحم العقبة |
| | | किन्तु वह तो हुमककर घाटी में से गुजंरा ही नहीं और (न उसने मुक्ति का मार्ग पाया) |
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6035 | 90 | 12 | وما أدراك ما العقبة |
| | | और तुम्हें क्या मालूम कि वह घाटी क्या है! |
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6036 | 90 | 13 | فك رقبة |
| | | किसी गरदन का छुड़ाना |
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6037 | 90 | 14 | أو إطعام في يوم ذي مسغبة |
| | | या भूख के दिन खाना खिलाना |
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6038 | 90 | 15 | يتيما ذا مقربة |
| | | किसी निकटवर्ती अनाथ को, |
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6039 | 90 | 16 | أو مسكينا ذا متربة |
| | | या धूल-धूसरित मुहताज को; |
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6040 | 90 | 17 | ثم كان من الذين آمنوا وتواصوا بالصبر وتواصوا بالمرحمة |
| | | फिर यह कि वह उन लोगों में से हो जो ईमान लाए और जिन्होंने एक-दूसरे को धैर्य की ताकीद की , और एक-दूसरे को दया की ताकीद की |
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6041 | 90 | 18 | أولئك أصحاب الميمنة |
| | | वही लोग है सौभाग्यशाली |
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6042 | 90 | 19 | والذين كفروا بآياتنا هم أصحاب المشأمة |
| | | रहे वे लोग जिन्होंने हमारी आयातों का इनकार किया, वे दुर्भाग्यशाली लोग है |
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6043 | 90 | 20 | عليهم نار مؤصدة |
| | | उनपर आग होगी, जिसे बन्द कर दिया गया होगा |
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