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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5982 | 88 | 15 | ونمارق مصفوفة |
| | | और गाँव तकिए क़तार की क़तार लगे होंगे |
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5983 | 88 | 16 | وزرابي مبثوثة |
| | | और नफ़ीस मसनदे बिछी हुई |
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5984 | 88 | 17 | أفلا ينظرون إلى الإبل كيف خلقت |
| | | तो क्या ये लोग ऊँट की तरह ग़ौर नहीं करते कि कैसा अजीब पैदा किया गया है |
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5985 | 88 | 18 | وإلى السماء كيف رفعت |
| | | और आसमान की तरफ कि क्या बुलन्द बनाया गया है |
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5986 | 88 | 19 | وإلى الجبال كيف نصبت |
| | | और पहाड़ों की तरफ़ कि किस तरह खड़े किए गए हैं |
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5987 | 88 | 20 | وإلى الأرض كيف سطحت |
| | | और ज़मीन की तरफ कि किस तरह बिछायी गयी है |
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5988 | 88 | 21 | فذكر إنما أنت مذكر |
| | | तो तुम नसीहत करते रहो तुम तो बस नसीहत करने वाले हो |
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5989 | 88 | 22 | لست عليهم بمصيطر |
| | | तुम कुछ उन पर दरोग़ा तो हो नहीं |
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5990 | 88 | 23 | إلا من تولى وكفر |
| | | हाँ जिसने मुँह फेर लिया |
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5991 | 88 | 24 | فيعذبه الله العذاب الأكبر |
| | | और न माना तो ख़ुदा उसको बहुत बड़े अज़ाब की सज़ा देगा |
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