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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5943 | 86 | 12 | والأرض ذات الصدع |
| | | और फटने वाली (ज़मीन की क़सम) |
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5944 | 86 | 13 | إنه لقول فصل |
| | | बेशक ये क़ुरान क़ौले फ़ैसल है |
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5945 | 86 | 14 | وما هو بالهزل |
| | | और लग़ो नहीं है |
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5946 | 86 | 15 | إنهم يكيدون كيدا |
| | | बेशक ये कुफ्फ़ार अपनी तदबीर कर रहे हैं |
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5947 | 86 | 16 | وأكيد كيدا |
| | | और मैं अपनी तद्बीर कर रहा हूँ |
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5948 | 86 | 17 | فمهل الكافرين أمهلهم رويدا |
| | | तो काफ़िरों को मोहलत दो बस उनको थोड़ी सी मोहलत दो |
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5949 | 87 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم سبح اسم ربك الأعلى |
| | | ऐ रसूल अपने आलीशान परवरदिगार के नाम की तस्बीह करो |
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5950 | 87 | 2 | الذي خلق فسوى |
| | | जिसने (हर चीज़ को) पैदा किया |
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5951 | 87 | 3 | والذي قدر فهدى |
| | | और दुरूस्त किया और जिसने (उसका) अन्दाज़ा मुक़र्रर किया फिर राह बतायी |
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5952 | 87 | 4 | والذي أخرج المرعى |
| | | और जिसने (हैवानात के लिए) चारा उगाया |
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