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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5912 | 85 | 3 | وشاهد ومشهود |
| | | और गवाह की और जिसकी गवाही दे जाएगी |
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5913 | 85 | 4 | قتل أصحاب الأخدود |
| | | उसकी (कि कुफ्फ़ार मक्का हलाक हुए) जिस तरह ख़न्दक़ वाले हलाक कर दिए गए |
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5914 | 85 | 5 | النار ذات الوقود |
| | | जो ख़न्दक़ें आग की थीं |
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5915 | 85 | 6 | إذ هم عليها قعود |
| | | जिसमें (उन्होंने मुसलमानों के लिए) ईंधन झोंक रखा था |
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5916 | 85 | 7 | وهم على ما يفعلون بالمؤمنين شهود |
| | | जब वह उन (ख़न्दक़ों) पर बैठे हुए और जो सुलूक ईमानदारों के साथ करते थे उसको सामने देख रहे थे |
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5917 | 85 | 8 | وما نقموا منهم إلا أن يؤمنوا بالله العزيز الحميد |
| | | और उनको मोमिनीन की यही बात बुरी मालूम हुई कि वह लोग ख़ुदा पर ईमान लाए थे जो ज़बरदस्त और सज़ावार हम्द है |
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5918 | 85 | 9 | الذي له ملك السماوات والأرض والله على كل شيء شهيد |
| | | वह (ख़ुदा) जिसकी सारे आसमान ज़मीन में बादशाहत है और ख़ुदा हर चीज़ से वाक़िफ़ है |
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5919 | 85 | 10 | إن الذين فتنوا المؤمنين والمؤمنات ثم لم يتوبوا فلهم عذاب جهنم ولهم عذاب الحريق |
| | | बेशक जिन लोगों ने ईमानदार मर्दों और औरतों को तकलीफें दीं फिर तौबा न की उनके लिए जहन्नुम का अज़ाब तो है ही (इसके अलावा) जलने का भी अज़ाब होगा |
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5920 | 85 | 11 | إن الذين آمنوا وعملوا الصالحات لهم جنات تجري من تحتها الأنهار ذلك الفوز الكبير |
| | | बेशक जो लोग ईमान लाए और अच्छे काम करते रहे उनके लिए वह बाग़ात हैं जिनके नीचे नहरें जारी हैं यही तो बड़ी कामयाबी है |
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5921 | 85 | 12 | إن بطش ربك لشديد |
| | | बेशक तुम्हारे परवरदिगार की पकड़ बहुत सख्त है |
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