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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5890 | 84 | 6 | يا أيها الإنسان إنك كادح إلى ربك كدحا فملاقيه |
| | | और उस पर लाज़िम भी यही है (तो क़यामत आ जाएगी) ऐ इन्सान तू अपने परवरदिगार की हुज़ूरी की कोशिश करता है |
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5891 | 84 | 7 | فأما من أوتي كتابه بيمينه |
| | | तो तू (एक न एक दिन) उसके सामने हाज़िर होगा फिर (उस दिन) जिसका नामाए आमाल उसके दाहिने हाथ में दिया जाएगा |
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5892 | 84 | 8 | فسوف يحاسب حسابا يسيرا |
| | | उससे तो हिसाब आसान तरीके से लिया जाएगा |
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5893 | 84 | 9 | وينقلب إلى أهله مسرورا |
| | | और (फिर) वह अपने (मोमिनीन के) क़बीले की तरफ ख़ुश ख़ुश पलटेगा |
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5894 | 84 | 10 | وأما من أوتي كتابه وراء ظهره |
| | | लेकिन जिस शख़्श को उसका नामए आमल उसकी पीठ के पीछे से दिया जाएगा |
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5895 | 84 | 11 | فسوف يدعو ثبورا |
| | | वह तो मौत की दुआ करेगा |
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5896 | 84 | 12 | ويصلى سعيرا |
| | | और जहन्नुम वासिल होगा |
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5897 | 84 | 13 | إنه كان في أهله مسرورا |
| | | ये शख़्श तो अपने लड़के बालों में मस्त रहता था |
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5898 | 84 | 14 | إنه ظن أن لن يحور |
| | | और समझता था कि कभी (ख़ुदा की तरफ) फिर कर जाएगा ही नहीं |
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5899 | 84 | 15 | بلى إن ربه كان به بصيرا |
| | | हाँ उसका परवरदिगार यक़ीनी उसको देख भाल कर रहा है |
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