نتائج البحث: 6236
|
ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5882 | 83 | 34 | فاليوم الذين آمنوا من الكفار يضحكون |
| | | तो आज ईमान लानेवाले, इनकार करनेवालों पर हँस रहे हैं, |
|
5883 | 83 | 35 | على الأرائك ينظرون |
| | | ऊँची मसनदों पर से देख रहे है |
|
5884 | 83 | 36 | هل ثوب الكفار ما كانوا يفعلون |
| | | क्या मिल गया बदला इनकार करनेवालों को उसका जो कुछ वे करते रहे है? |
|
5885 | 84 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم إذا السماء انشقت |
| | | जबकि आकाश फट जाएगा, |
|
5886 | 84 | 2 | وأذنت لربها وحقت |
| | | और वह अपने रब की सुनेगा, और उसे यही चाहिए भी |
|
5887 | 84 | 3 | وإذا الأرض مدت |
| | | जब धरती फैला दी जाएगी |
|
5888 | 84 | 4 | وألقت ما فيها وتخلت |
| | | और जो कुछ उसके भीतर है उसे बाहर डालकर खाली हो जाएगी |
|
5889 | 84 | 5 | وأذنت لربها وحقت |
| | | और वह अपने रब की सुनेगी, और उसे यही चाहिए भी |
|
5890 | 84 | 6 | يا أيها الإنسان إنك كادح إلى ربك كدحا فملاقيه |
| | | ऐ मनुष्य! तू मशक़्क़त करता हुआ अपने रब ही की ओर खिंचा चला जा रहा है और अन्ततः उससे मिलने वाला है |
|
5891 | 84 | 7 | فأما من أوتي كتابه بيمينه |
| | | फिर जिस किसी को उसका कर्म-पत्र उसके दाहिने हाथ में दिया गया, |
|