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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5878 | 83 | 30 | وإذا مروا بهم يتغامزون |
| | | और जब उनके पास से गुज़रते तो उन पर चशमक करते थे |
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5879 | 83 | 31 | وإذا انقلبوا إلى أهلهم انقلبوا فكهين |
| | | और जब अपने लड़के वालों की तरफ़ लौट कर आते थे तो इतराते हुए |
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5880 | 83 | 32 | وإذا رأوهم قالوا إن هؤلاء لضالون |
| | | और जब उन मोमिनीन को देखते तो कह बैठते थे कि ये तो यक़ीनी गुमराह हैं |
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5881 | 83 | 33 | وما أرسلوا عليهم حافظين |
| | | हालॉकि ये लोग उन पर कुछ निगराँ बना के तो भेजे नहीं गए थे |
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5882 | 83 | 34 | فاليوم الذين آمنوا من الكفار يضحكون |
| | | तो आज (क़यामत में) ईमानदार लोग काफ़िरों से हँसी करेंगे |
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5883 | 83 | 35 | على الأرائك ينظرون |
| | | (और) तख्तों पर बैठे नज़ारे करेंगे |
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5884 | 83 | 36 | هل ثوب الكفار ما كانوا يفعلون |
| | | कि अब तो काफ़िरों को उनके किए का पूरा पूरा बदला मिल गया |
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5885 | 84 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم إذا السماء انشقت |
| | | जब आसमान फट जाएगा |
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5886 | 84 | 2 | وأذنت لربها وحقت |
| | | और अपने परवरदिगार का हुक्म बजा लाएगा और उसे वाजिब भी यही है |
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5887 | 84 | 3 | وإذا الأرض مدت |
| | | और जब ज़मीन (बराबर करके) तान दी जाएगी |
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