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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5849 | 83 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم ويل للمطففين |
| | | तबाही है घटानेवालों के लिए, |
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5850 | 83 | 2 | الذين إذا اكتالوا على الناس يستوفون |
| | | जो नापकर लोगों पर नज़र जमाए हुए लेते हैं तो पूरा-पूरा लेते हैं, |
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5851 | 83 | 3 | وإذا كالوهم أو وزنوهم يخسرون |
| | | किन्तु जब उन्हें नापकर या तौलकर देते हैं तो घटाकर देते हैं |
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5852 | 83 | 4 | ألا يظن أولئك أنهم مبعوثون |
| | | क्या वे समझते नहीं कि उन्हें (जीवित होकर) उठना है, |
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5853 | 83 | 5 | ليوم عظيم |
| | | एक भारी दिन के लिए, |
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5854 | 83 | 6 | يوم يقوم الناس لرب العالمين |
| | | जिस दिन लोग सारे संसार के रब के सामने खड़े होंगे? |
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5855 | 83 | 7 | كلا إن كتاب الفجار لفي سجين |
| | | कुछ नहीं, निश्चय ही दुराचारियों का काग़ज 'सिज्जीन' में है |
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5856 | 83 | 8 | وما أدراك ما سجين |
| | | तुम्हें क्या मालूम कि 'सिज्जीन' क्या हैं? |
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5857 | 83 | 9 | كتاب مرقوم |
| | | मुहर लगा हुआ काग़ज |
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5858 | 83 | 10 | ويل يومئذ للمكذبين |
| | | तबाही है उस दिन झुठलाने-वालों की, |
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