نتائج البحث: 6236
|
ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5799 | 80 | 41 | ترهقها قترة |
| | | उस पर सियाही छाई हुई होगी |
|
5800 | 80 | 42 | أولئك هم الكفرة الفجرة |
| | | यही कुफ्फ़ार बदकार हैं |
|
5801 | 81 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم إذا الشمس كورت |
| | | जिस वक्त आफ़ताब की चादर को लपेट लिया जाएगा |
|
5802 | 81 | 2 | وإذا النجوم انكدرت |
| | | और जिस वक्त तारे गिर पडेग़ें |
|
5803 | 81 | 3 | وإذا الجبال سيرت |
| | | और जब पहाड़ चलाए जाएंगें |
|
5804 | 81 | 4 | وإذا العشار عطلت |
| | | और जब अनक़रीब जनने वाली ऊंटनियों बेकार कर दी जाएंगी |
|
5805 | 81 | 5 | وإذا الوحوش حشرت |
| | | और जिस वक्त वहशी जानवर इकट्ठा किये जायेंगे |
|
5806 | 81 | 6 | وإذا البحار سجرت |
| | | और जिस वक्त दरिया आग हो जायेंगे |
|
5807 | 81 | 7 | وإذا النفوس زوجت |
| | | और जिस वक्त रुहें हवियों से मिला दी जाएंगी |
|
5808 | 81 | 8 | وإذا الموءودة سئلت |
| | | और जिस वक्त ज़िन्दा दर गोर लड़की से पूछा जाएगा |
|