نتائج البحث: 6236
|
ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5767 | 80 | 9 | وهو يخشى |
| | | और (ख़ुदा से) डरता है |
|
5768 | 80 | 10 | فأنت عنه تلهى |
| | | तो तुम उससे बेरूख़ी करते हो |
|
5769 | 80 | 11 | كلا إنها تذكرة |
| | | देखो ये (क़ुरान) तो सरासर नसीहत है |
|
5770 | 80 | 12 | فمن شاء ذكره |
| | | तो जो चाहे इसे याद रखे |
|
5771 | 80 | 13 | في صحف مكرمة |
| | | (लौहे महफूज़ के) बहुत मोअज़ज़िज औराक़ में (लिखा हुआ) है |
|
5772 | 80 | 14 | مرفوعة مطهرة |
| | | बुलन्द मरतबा और पाक हैं |
|
5773 | 80 | 15 | بأيدي سفرة |
| | | (ऐसे) लिखने वालों के हाथों में है |
|
5774 | 80 | 16 | كرام بررة |
| | | जो बुज़ुर्ग नेकोकार हैं |
|
5775 | 80 | 17 | قتل الإنسان ما أكفره |
| | | इन्सान हलाक हो जाए वह क्या कैसा नाशुक्रा है |
|
5776 | 80 | 18 | من أي شيء خلقه |
| | | (ख़ुदा ने) उसे किस चीज़ से पैदा किया |
|