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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5716 | 79 | 4 | فالسابقات سبقا |
| | | और उनकी क़सम जो (आसमान ज़मीन के दरमियान) पैरते फिरते हैं |
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5717 | 79 | 5 | فالمدبرات أمرا |
| | | फिर एक के आगे बढ़ते हैं |
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5718 | 79 | 6 | يوم ترجف الراجفة |
| | | फिर (दुनिया के) इन्तज़ाम करते हैं (उनकी क़सम) कि क़यामत हो कर रहेगी |
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5719 | 79 | 7 | تتبعها الرادفة |
| | | जिस दिन ज़मीन को भूचाल आएगा फिर उसके पीछे और ज़लज़ला आएगा |
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5720 | 79 | 8 | قلوب يومئذ واجفة |
| | | उस दिन दिलों को धड़कन होगी |
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5721 | 79 | 9 | أبصارها خاشعة |
| | | उनकी ऑंखें (निदामत से) झुकी हुई होंगी |
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5722 | 79 | 10 | يقولون أإنا لمردودون في الحافرة |
| | | कुफ्फ़ार कहते हैं कि क्या हम उलटे पाँव (ज़िन्दगी की तरफ़) फिर लौटेंगे |
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5723 | 79 | 11 | أإذا كنا عظاما نخرة |
| | | क्या जब हम खोखल हड्डियाँ हो जाएँगे |
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5724 | 79 | 12 | قالوا تلك إذا كرة خاسرة |
| | | कहते हैं कि ये लौटना तो बड़ा नुक़सान देह है |
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5725 | 79 | 13 | فإنما هي زجرة واحدة |
| | | वह (क़यामत) तो (गोया) बस एक सख्त चीख़ होगी |
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