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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5711 | 78 | 39 | ذلك اليوم الحق فمن شاء اتخذ إلى ربه مآبا |
| | | वह दिन सत्य है। अब जो कोई चाहे अपने रब की ओर रुज करे |
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5712 | 78 | 40 | إنا أنذرناكم عذابا قريبا يوم ينظر المرء ما قدمت يداه ويقول الكافر يا ليتني كنت ترابا |
| | | हमने तुम्हें निकट आ लगी यातना से सावधान कर दिया है। जिस दिन मनुष्य देख लेगा जो कुछ उसके हाथों ने आगे भेजा, और इनकार करनेवाला कहेगा, "ऐ काश! कि मैं मिट्टी होता!" |
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5713 | 79 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم والنازعات غرقا |
| | | गवाह है वे (हवाएँ) जो ज़ोर से उखाड़ फैंके, |
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5714 | 79 | 2 | والناشطات نشطا |
| | | और गवाह है वे (हवाएँ) जो नर्मी के साथ चलें, |
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5715 | 79 | 3 | والسابحات سبحا |
| | | और गवाह है वे जो वायुमंडल में तैरें, |
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5716 | 79 | 4 | فالسابقات سبقا |
| | | फिर एक-दूसरे से अग्रसर हों, |
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5717 | 79 | 5 | فالمدبرات أمرا |
| | | और मामले की तदबीर करें |
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5718 | 79 | 6 | يوم ترجف الراجفة |
| | | जिस दिन हिला डालेगी हिला डालनेवाले घटना, |
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5719 | 79 | 7 | تتبعها الرادفة |
| | | उसके पीछ घटित होगी दूसरी (घटना) |
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5720 | 79 | 8 | قلوب يومئذ واجفة |
| | | कितने ही दिल उस दिन काँप रहे होंगे, |
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