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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5679 | 78 | 7 | والجبال أوتادا |
| | | और पहाड़ों को (ज़मीन) की मेख़े नहीं बनाया |
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5680 | 78 | 8 | وخلقناكم أزواجا |
| | | और हमने तुम लोगों को जोड़ा जोड़ा पैदा किया |
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5681 | 78 | 9 | وجعلنا نومكم سباتا |
| | | और तुम्हारी नींद को आराम (का बाइस) क़रार दिया |
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5682 | 78 | 10 | وجعلنا الليل لباسا |
| | | और रात को परदा बनाया |
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5683 | 78 | 11 | وجعلنا النهار معاشا |
| | | और हम ही ने दिन को (कसब) मआश (का वक्त) बनाया |
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5684 | 78 | 12 | وبنينا فوقكم سبعا شدادا |
| | | और तुम्हारे ऊपर सात मज़बूत (आसमान) बनाए |
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5685 | 78 | 13 | وجعلنا سراجا وهاجا |
| | | और हम ही ने (सूरज) को रौशन चिराग़ बनाया |
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5686 | 78 | 14 | وأنزلنا من المعصرات ماء ثجاجا |
| | | और हम ही ने बादलों से मूसलाधार पानी बरसाया |
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5687 | 78 | 15 | لنخرج به حبا ونباتا |
| | | ताकि उसके ज़रिए से दाने और सबज़ी |
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5688 | 78 | 16 | وجنات ألفافا |
| | | और घने घने बाग़ पैदा करें |
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