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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5656 | 77 | 34 | ويل يومئذ للمكذبين |
| | | उस दिन झुठलाने वालों की ख़राबी है |
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5657 | 77 | 35 | هذا يوم لا ينطقون |
| | | ये वह दिन होगा कि लोग लब तक न हिला सकेंगे |
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5658 | 77 | 36 | ولا يؤذن لهم فيعتذرون |
| | | और उनको इजाज़त दी जाएगी कि कुछ उज्र माअज़ेरत कर सकें |
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5659 | 77 | 37 | ويل يومئذ للمكذبين |
| | | उस दिन झुठलाने वालों की तबाही है |
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5660 | 77 | 38 | هذا يوم الفصل جمعناكم والأولين |
| | | यही फैसले का दिन है (जिस में) हमने तुमको और अगलों को इकट्ठा किया है |
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5661 | 77 | 39 | فإن كان لكم كيد فكيدون |
| | | तो अगर तुम्हें कोई दाँव करना हो तो आओ चल चुको |
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5662 | 77 | 40 | ويل يومئذ للمكذبين |
| | | उस दिन झुठलाने वालों की ख़राबी है |
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5663 | 77 | 41 | إن المتقين في ظلال وعيون |
| | | बेशक परहेज़गार लोग (दरख्तों की) घनी छाँव में होंगे |
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5664 | 77 | 42 | وفواكه مما يشتهون |
| | | और चश्मों और आदमियों में जो उन्हें मरग़ूब हो |
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5665 | 77 | 43 | كلوا واشربوا هنيئا بما كنتم تعملون |
| | | (दुनिया में) जो अमल करते थे उसके बदले में मज़े से खाओ पियो |
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