بسم الله الرحمن الرحيم

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ترتيب الآيةرقم السورةرقم الآيةالاية
5594763إنا هديناه السبيل إما شاكرا وإما كفورا
और उसको रास्ता भी दिखा दिया (अब वह) ख्वाह शुक्र गुज़ार हो ख्वाह नाशुक्रा
5595764إنا أعتدنا للكافرين سلاسل وأغلالا وسعيرا
हमने काफ़िरों के ज़ंजीरे, तौक और दहकती हुई आग तैयार कर रखी है
5596765إن الأبرار يشربون من كأس كان مزاجها كافورا
बेशक नेकोकार लोग शराब के वह सागर पियेंगे जिसमें काफूर की आमेज़िश होगी ये एक चश्मा है जिसमें से ख़ुदा के (ख़ास) बन्दे पियेंगे
5597766عينا يشرب بها عباد الله يفجرونها تفجيرا
और जहाँ चाहेंगे बहा ले जाएँगे
5598767يوفون بالنذر ويخافون يوما كان شره مستطيرا
ये वह लोग हैं जो नज़रें पूरी करते हैं और उस दिन से जिनकी सख्ती हर तरह फैली होगी डरते हैं
5599768ويطعمون الطعام على حبه مسكينا ويتيما وأسيرا
और उसकी मोहब्बत में मोहताज और यतीम और असीर को खाना खिलाते हैं
5600769إنما نطعمكم لوجه الله لا نريد منكم جزاء ولا شكورا
(और कहते हैं कि) हम तो तुमको बस ख़ालिस ख़ुदा के लिए खिलाते हैं हम न तुम से बदले के ख़ास्तगार हैं और न शुक्र गुज़ारी के
56017610إنا نخاف من ربنا يوما عبوسا قمطريرا
हमको तो अपने परवरदिगार से उस दिन का डर है जिसमें मुँह बन जाएँगे (और) चेहरे पर हवाइयाँ उड़ती होंगी
56027611فوقاهم الله شر ذلك اليوم ولقاهم نضرة وسرورا
तो ख़ुदा उन्हें उस दिन की तकलीफ़ से बचा लेगा और उनको ताज़गी और ख़ुशदिली अता फरमाएगा
56037612وجزاهم بما صبروا جنة وحريرا
और उनके सब्र के बदले (बेहिश्त के) बाग़ और रेशम (की पोशाक) अता फ़रमाएगा


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