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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5589 | 75 | 38 | ثم كان علقة فخلق فسوى |
| | | फिर वह रक्त की एक फुटकी हुआ, फिर अल्लाह ने उसे रूप दिया और उसके अंग-प्रत्यंग ठीक-ठाक किए |
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5590 | 75 | 39 | فجعل منه الزوجين الذكر والأنثى |
| | | और उसकी दो जातियाँ बनाई - पुरुष और स्त्री |
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5591 | 75 | 40 | أليس ذلك بقادر على أن يحيي الموتى |
| | | क्या उसे वह सामर्थ्य प्राप्त- नहीं कि वह मुर्दों को जीवित कर दे? |
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5592 | 76 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم هل أتى على الإنسان حين من الدهر لم يكن شيئا مذكورا |
| | | क्या मनुष्य पर काल-खंड का ऐसा समय भी बीता है कि वह कोई ऐसी चीज़ न था जिसका उल्लेख किया जाता? |
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5593 | 76 | 2 | إنا خلقنا الإنسان من نطفة أمشاج نبتليه فجعلناه سميعا بصيرا |
| | | हमने मनुष्य को एक मिश्रित वीर्य से पैदा किया, उसे उलटते-पलटते रहे, फिर हमने उसे सुनने और देखनेवाला बना दिया |
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5594 | 76 | 3 | إنا هديناه السبيل إما شاكرا وإما كفورا |
| | | हमने उसे मार्ग दिखाया, अब चाहे वह कृतज्ञ बने या अकृतज्ञ |
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5595 | 76 | 4 | إنا أعتدنا للكافرين سلاسل وأغلالا وسعيرا |
| | | हमने इनकार करनेवालों के लिए ज़जीरें और तौक़ और भड़कती हुई आग तैयार कर रखी है |
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5596 | 76 | 5 | إن الأبرار يشربون من كأس كان مزاجها كافورا |
| | | निश्चय ही वफ़ादार लोग ऐसे जाम से पिएँगे जिसमें काफ़ूर का मिश्रण होगा, |
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5597 | 76 | 6 | عينا يشرب بها عباد الله يفجرونها تفجيرا |
| | | उस स्रोत का क्या कहना! जिस पर बैठकर अल्लाह के बन्दे पिएँगे, इस तरह कि उसे बहा-बहाकर (जहाँ चाहेंगे) ले जाएँगे |
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5598 | 76 | 7 | يوفون بالنذر ويخافون يوما كان شره مستطيرا |
| | | वे नज़र (मन्नत) पूरी करते है और उस दिन से डरते है जिसकी आपदा व्यापक होगी, |
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