بسم الله الرحمن الرحيم

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ترتيب الآيةرقم السورةرقم الآيةالاية
5553752ولا أقسم بالنفس اللوامة
(और बुराई से) मलामत करने वाले जी की क़सम खाता हूँ (कि तुम सब दोबारा) ज़रूर ज़िन्दा किए जाओगे
5554753أيحسب الإنسان ألن نجمع عظامه
क्या इन्सान ये ख्याल करता है (कि हम उसकी हड्डियों को बोसीदा होने के बाद) जमा न करेंगे हाँ (ज़रूर करेंगें)
5555754بلى قادرين على أن نسوي بنانه
हम इस पर क़ादिर हैं कि हम उसकी पोर पोर दुरूस्त करें
5556755بل يريد الإنسان ليفجر أمامه
मगर इन्सान तो ये जानता है कि अपने आगे भी (हमेशा) बुराई करता जाए
5557756يسأل أيان يوم القيامة
पूछता है कि क़यामत का दिन कब होगा
5558757فإذا برق البصر
तो जब ऑंखे चकाचौन्ध में आ जाएँगी
5559758وخسف القمر
और चाँद गहन में लग जाएगा
5560759وجمع الشمس والقمر
और सूरज और चाँद इकट्ठा कर दिए जाएँगे
55617510يقول الإنسان يومئذ أين المفر
तो इन्सान कहेगा आज कहाँ भाग कर जाऊँ
55627511كلا لا وزر
यक़ीन जानों कहीं पनाह नहीं


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