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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5503 | 74 | 8 | فإذا نقر في الناقور |
| | | फिर जब सूर फूँका जाएगा |
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5504 | 74 | 9 | فذلك يومئذ يوم عسير |
| | | तो वह दिन काफ़िरों पर सख्त दिन होगा |
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5505 | 74 | 10 | على الكافرين غير يسير |
| | | आसान नहीं होगा |
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5506 | 74 | 11 | ذرني ومن خلقت وحيدا |
| | | (ऐ रसूल) मुझे और उस शख़्श को छोड़ दो जिसे मैने अकेला पैदा किया |
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5507 | 74 | 12 | وجعلت له مالا ممدودا |
| | | और उसे बहुत सा माल दिया |
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5508 | 74 | 13 | وبنين شهودا |
| | | और नज़र के सामने रहने वाले बेटे (दिए) |
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5509 | 74 | 14 | ومهدت له تمهيدا |
| | | और उसे हर तरह के सामान से वुसअत दी |
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5510 | 74 | 15 | ثم يطمع أن أزيد |
| | | फिर उस पर भी वह तमाअ रखता है कि मैं और बढ़ाऊँ |
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5511 | 74 | 16 | كلا إنه كان لآياتنا عنيدا |
| | | ये हरगिज़ न होगा ये तो मेरी आयतों का दुश्मन था |
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5512 | 74 | 17 | سأرهقه صعودا |
| | | तो मैं अनक़रीब उस सख्त अज़ाब में मुब्तिला करूँगा |
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