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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5497 | 74 | 2 | قم فأنذر |
| | | उठो, और सावधान करने में लग जाओ |
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5498 | 74 | 3 | وربك فكبر |
| | | और अपने रब की बड़ाई ही करो |
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5499 | 74 | 4 | وثيابك فطهر |
| | | अपने दामन को पाक रखो |
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5500 | 74 | 5 | والرجز فاهجر |
| | | और गन्दगी से दूर ही रहो |
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5501 | 74 | 6 | ولا تمنن تستكثر |
| | | अपनी कोशिशों को अधिक समझकर उसके क्रम को भंग न करो |
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5502 | 74 | 7 | ولربك فاصبر |
| | | और अपने रब के लिए धैर्य ही से काम लो |
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5503 | 74 | 8 | فإذا نقر في الناقور |
| | | जब सूर में फूँक मारी जाएगी |
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5504 | 74 | 9 | فذلك يومئذ يوم عسير |
| | | तो जिस दिन ऐसा होगा, वह दिन बड़ा ही कठोर होगा, |
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5505 | 74 | 10 | على الكافرين غير يسير |
| | | इनकार करनेवालो पर आसान न होगा |
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5506 | 74 | 11 | ذرني ومن خلقت وحيدا |
| | | छोड़ दो मुझे और उसको जिसे मैंने अकेला पैदा किया, |
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