نتائج البحث: 6236
|
ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5472 | 72 | 25 | قل إن أدري أقريب ما توعدون أم يجعل له ربي أمدا |
| | | कह दो, "मैं नहीं जानता कि जिस चीज़ का तुमसे वादा किया जाता है वह निकट है या मेरा रब उसके लिए लम्बी अवधि ठहराता है |
|
5473 | 72 | 26 | عالم الغيب فلا يظهر على غيبه أحدا |
| | | "परोक्ष का जाननेवाला वही है और वह अपने परोक्ष को किसी पर प्रकट नहीं करता, |
|
5474 | 72 | 27 | إلا من ارتضى من رسول فإنه يسلك من بين يديه ومن خلفه رصدا |
| | | सिवाय उस व्यक्ति के जिसे उसने रसूल की हैसियत से पसन्द कर लिया हो तो उसके आगे से और उसके पीछे से निगरानी की पूर्ण व्यवस्था कर देता है, |
|
5475 | 72 | 28 | ليعلم أن قد أبلغوا رسالات ربهم وأحاط بما لديهم وأحصى كل شيء عددا |
| | | ताकि वह यक़ीनी बना दे कि उन्होंने अपने रब के सन्देश पहुँचा दिए और जो कुछ उनके पास है उसे वह घेरे हुए है और हर चीज़ को उसने गिन रखा है।" |
|
5476 | 73 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم يا أيها المزمل |
| | | ऐ कपड़े में लिपटनेवाले! |
|
5477 | 73 | 2 | قم الليل إلا قليلا |
| | | रात को उठकर (नमाज़ में) खड़े रहा करो - सिवाय थोड़ा हिस्सा - |
|
5478 | 73 | 3 | نصفه أو انقص منه قليلا |
| | | आधी रात |
|
5479 | 73 | 4 | أو زد عليه ورتل القرآن ترتيلا |
| | | या उससे कुछ थोड़ा कम कर लो या उससे कुछ अधिक बढ़ा लो और क़ुरआन को भली-भाँति ठहर-ठहरकर पढ़ो। - |
|
5480 | 73 | 5 | إنا سنلقي عليك قولا ثقيلا |
| | | निश्चय ही हम तुमपर एक भारी बात डालनेवाले है |
|
5481 | 73 | 6 | إن ناشئة الليل هي أشد وطئا وأقوم قيلا |
| | | निस्संदेह रात का उठना अत्यन्त अनुकूलता रखता है और बात भी उसमें अत्यन्त सधी हुई होती है |
|