بسم الله الرحمن الرحيم

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ترتيب الآيةرقم السورةرقم الآيةالاية
54347115ألم تروا كيف خلق الله سبع سماوات طباقا
क्या तुमने ग़ौर नहीं किया कि ख़ुदा ने सात आसमान ऊपर तलें क्यों कर बनाए
54357116وجعل القمر فيهن نورا وجعل الشمس سراجا
और उसी ने उसमें चाँद को नूर बनाया और सूरज को रौशन चिराग़ बना दिया
54367117والله أنبتكم من الأرض نباتا
और ख़ुदा ही तुमको ज़मीन से पैदा किया
54377118ثم يعيدكم فيها ويخرجكم إخراجا
फिर तुमको उसी में दोबारा ले जाएगा और (क़यामत में उसी से) निकाल कर खड़ा करेगा
54387119والله جعل لكم الأرض بساطا
और ख़ुदा ही ने ज़मीन को तुम्हारे लिए फ़र्श बनाया
54397120لتسلكوا منها سبلا فجاجا
ताकि तुम उसके बड़े बड़े कुशादा रास्तों में चलो फिरो
54407121قال نوح رب إنهم عصوني واتبعوا من لم يزده ماله وولده إلا خسارا
(फिर) नूह ने अर्ज़ की परवरदिगार इन लोगों ने मेरी नाफ़रमानी की उस शख़्श के ताबेदार बन के जिसने उनके माल और औलाद में नुक़सान के सिवा फ़ायदा न पहुँचाया
54417122ومكروا مكرا كبارا
और उन्होंने (मेरे साथ) बड़ी मक्कारियाँ की
54427123وقالوا لا تذرن آلهتكم ولا تذرن ودا ولا سواعا ولا يغوث ويعوق ونسرا
और (उलटे) कहने लगे कि आपने माबूदों को हरगिज़ न छोड़ना और न वद को और सुआ को और न यगूस और यऊक़ व नस्र को छोड़ना
54437124وقد أضلوا كثيرا ولا تزد الظالمين إلا ضلالا
और उन्होंने बहुतेरों को गुमराह कर छोड़ा और तू (उन) ज़ालिमों की गुमराही को और बढ़ा दे


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