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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5406 | 70 | 31 | فمن ابتغى وراء ذلك فأولئك هم العادون |
| | | किन्तु जिस किसी ने इसके अतिरिक्त कुछ और चाहा तो ऐसे ही लोग सीमा का उल्लंघन करनेवाले है।- |
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5407 | 70 | 32 | والذين هم لأماناتهم وعهدهم راعون |
| | | जो अपने पास रखी गई अमानतों और अपनी प्रतिज्ञा का निर्वाह करते है, |
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5408 | 70 | 33 | والذين هم بشهاداتهم قائمون |
| | | जो अपनी गवाहियों पर क़़ायम रहते है, |
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5409 | 70 | 34 | والذين هم على صلاتهم يحافظون |
| | | और जो अपनी नमाज़ की रक्षा करते है |
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5410 | 70 | 35 | أولئك في جنات مكرمون |
| | | वही लोग जन्नतों में सम्मानपूर्वक रहेंगे |
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5411 | 70 | 36 | فمال الذين كفروا قبلك مهطعين |
| | | फिर उन इनकार करनेवालो को क्या हुआ है कि वे तुम्हारी ओर दौड़े चले आ रहे है? |
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5412 | 70 | 37 | عن اليمين وعن الشمال عزين |
| | | दाएँ और बाएँ से गिरोह के गिरोह |
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5413 | 70 | 38 | أيطمع كل امرئ منهم أن يدخل جنة نعيم |
| | | क्या उनमें से प्रत्येक व्यक्ति इसकी लालसा रखता है कि वह अनुकम्पा से परिपूर्ण जन्नत में प्रविष्ट हो? |
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5414 | 70 | 39 | كلا إنا خلقناهم مما يعلمون |
| | | कदापि नहीं, हमने उन्हें उस चीज़ से पैदा किया है, जिसे वे भली-भाँति जानते है |
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5415 | 70 | 40 | فلا أقسم برب المشارق والمغارب إنا لقادرون |
| | | अतः कुछ नहीं, मैं क़सम खाता हूँ पूर्वों और पश्चिमों के रब की, हमे इसकी सामर्थ्य प्राप्त है |
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