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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5385 | 70 | 10 | ولا يسأل حميم حميما |
| | | कोई मित्र किसी मित्र को न पूछेगा, |
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5386 | 70 | 11 | يبصرونهم يود المجرم لو يفتدي من عذاب يومئذ ببنيه |
| | | हालाँकि वे एक-दूसरे को दिखाए जाएँगे। अपराधी चाहेगा कि किसी प्रकार वह उस दिन की यातना से छूटने के लिए अपने बेटों, |
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5387 | 70 | 12 | وصاحبته وأخيه |
| | | अपनी पत्नी , अपने भाई |
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5388 | 70 | 13 | وفصيلته التي تؤويه |
| | | और अपने उस परिवार को जो उसको आश्रय देता है, |
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5389 | 70 | 14 | ومن في الأرض جميعا ثم ينجيه |
| | | और उन सभी लोगों को जो धरती में रहते है, फ़िदया (मुक्ति-प्रतिदान) के रूप में दे डाले फिर वह उसको छुटकारा दिला दे |
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5390 | 70 | 15 | كلا إنها لظى |
| | | कदापि नहीं! वह लपट मारती हुई आग है, |
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5391 | 70 | 16 | نزاعة للشوى |
| | | जो मांस और त्वचा को चाट जाएगी, |
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5392 | 70 | 17 | تدعو من أدبر وتولى |
| | | उस व्यक्ति को बुलाती है जिसने पीठ फेरी और मुँह मोड़ा, |
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5393 | 70 | 18 | وجمع فأوعى |
| | | और (धन) एकत्र किया और सैंत कर रखा |
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5394 | 70 | 19 | إن الإنسان خلق هلوعا |
| | | निस्संदेह मनुष्य अधीर पैदा हुआ है |
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