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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5371 | 69 | 48 | وإنه لتذكرة للمتقين |
| | | ये तो परहेज़गारों के लिए नसीहत है |
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5372 | 69 | 49 | وإنا لنعلم أن منكم مكذبين |
| | | और हम ख़ूब जानते हैं कि तुम में से कुछ लोग (इसके) झुठलाने वाले हैं |
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5373 | 69 | 50 | وإنه لحسرة على الكافرين |
| | | और इसमें शक़ नहीं कि ये काफ़िरों की हसरत का बाएस है |
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5374 | 69 | 51 | وإنه لحق اليقين |
| | | और इसमें शक़ नहीं कि ये यक़ीनन बरहक़ है |
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5375 | 69 | 52 | فسبح باسم ربك العظيم |
| | | तो तुम अपने परवरदिगार की तसबीह करो |
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5376 | 70 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم سأل سائل بعذاب واقع |
| | | एक माँगने वाले ने काफिरों के लिए होकर रहने वाले अज़ाब को माँगा |
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5377 | 70 | 2 | للكافرين ليس له دافع |
| | | जिसको कोई टाल नहीं सकता |
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5378 | 70 | 3 | من الله ذي المعارج |
| | | जो दर्जे वाले ख़ुदा की तरफ से (होने वाला) था |
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5379 | 70 | 4 | تعرج الملائكة والروح إليه في يوم كان مقداره خمسين ألف سنة |
| | | जिसकी तरफ फ़रिश्ते और रूहुल अमीन चढ़ते हैं (और ये) एक दिन में इतनी मुसाफ़त तय करते हैं जिसका अन्दाज़ा पचास हज़ार बरस का होगा |
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5380 | 70 | 5 | فاصبر صبرا جميلا |
| | | तो तुम अच्छी तरह इन तक़लीफों को बरदाश्त करते रहो |
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