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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5344 | 69 | 21 | فهو في عيشة راضية |
| | | फिर वह दिल पसन्द ऐश में होगा |
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5345 | 69 | 22 | في جنة عالية |
| | | बड़े आलीशान बाग़ में |
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5346 | 69 | 23 | قطوفها دانية |
| | | जिनके फल बहुत झुके हुए क़रीब होंगे |
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5347 | 69 | 24 | كلوا واشربوا هنيئا بما أسلفتم في الأيام الخالية |
| | | जो कारगुज़ारियाँ तुम गुज़िशता अय्याम में करके आगे भेज चुके हो उसके सिले में मज़े से खाओ पियो |
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5348 | 69 | 25 | وأما من أوتي كتابه بشماله فيقول يا ليتني لم أوت كتابيه |
| | | और जिसका नामए आमाल उनके बाएँ हाथ में दिया जाएगा तो वह कहेगा ऐ काश मुझे मेरा नामए अमल न दिया जाता |
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5349 | 69 | 26 | ولم أدر ما حسابيه |
| | | और मुझे न मालूल होता कि मेरा हिसाब क्या है |
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5350 | 69 | 27 | يا ليتها كانت القاضية |
| | | ऐ काश मौत ने (हमेशा के लिए मेरा) काम तमाम कर दिया होता |
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5351 | 69 | 28 | ما أغنى عني ماليه |
| | | (अफ़सोस) मेरा माल मेरे कुछ भी काम न आया |
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5352 | 69 | 29 | هلك عني سلطانيه |
| | | (हाए) मेरी सल्तनत ख़ाक में मिल गयी (फिर हुक्म होगा) |
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5353 | 69 | 30 | خذوه فغلوه |
| | | इसे गिरफ्तार करके तौक़ पहना दो |
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