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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5325 | 69 | 2 | ما الحاقة |
| | | क्या है वह होकर रहनेवाली? |
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5326 | 69 | 3 | وما أدراك ما الحاقة |
| | | और तुम क्या जानो कि क्या है वह होकर रहनेवाली? |
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5327 | 69 | 4 | كذبت ثمود وعاد بالقارعة |
| | | समूद और आद ने उस खड़खड़ा देनेवाली (घटना) को झुठलाया, |
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5328 | 69 | 5 | فأما ثمود فأهلكوا بالطاغية |
| | | फिर समूद तो एक हद से बढ़ जानेवाली आपदा से विनष्ट किए गए |
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5329 | 69 | 6 | وأما عاد فأهلكوا بريح صرصر عاتية |
| | | और रहे आद, तो वे एक अनियंत्रित प्रचंड वायु से विनष्ट कर दिए गए |
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5330 | 69 | 7 | سخرها عليهم سبع ليال وثمانية أيام حسوما فترى القوم فيها صرعى كأنهم أعجاز نخل خاوية |
| | | अल्लाह ने उसको सात रात और आठ दिन तक उन्मूलन के उद्देश्य से उनपर लगाए रखा। तो लोगों को तुम देखते कि वे उसमें पछाड़े हुए ऐसे पड़े है मानो वे खजूर के जर्जर तने हों |
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5331 | 69 | 8 | فهل ترى لهم من باقية |
| | | अब क्या तुम्हें उनमें से कोई शेष दिखाई देता है? |
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5332 | 69 | 9 | وجاء فرعون ومن قبله والمؤتفكات بالخاطئة |
| | | और फ़िरऔन ने और उससे पहले के लोगों ने और तलपट हो जानेवाली बस्तियों ने यह ख़ता की |
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5333 | 69 | 10 | فعصوا رسول ربهم فأخذهم أخذة رابية |
| | | उन्होंने अपने रब के रसूल की अवज्ञा की तो उसने उन्हें ऐसी पकड़ में ले लिया जो बड़ी कठोर थी |
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5334 | 69 | 11 | إنا لما طغى الماء حملناكم في الجارية |
| | | जब पानी उमड़ आया तो हमने तुम्हें प्रवाहित नौका में सवार किया; |
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