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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5305 | 68 | 34 | إن للمتقين عند ربهم جنات النعيم |
| | | निश्चय ही डर रखनेवालों के लिए उनके रब के यहाँ नेमत भरी जन्नतें है |
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5306 | 68 | 35 | أفنجعل المسلمين كالمجرمين |
| | | तो क्या हम मुस्लिमों (आज्ञाकारियों) को अपराधियों जैसा कर देंगे? |
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5307 | 68 | 36 | ما لكم كيف تحكمون |
| | | तुम्हें क्या हो गया है, कैसा फ़ैसला करते हो? |
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5308 | 68 | 37 | أم لكم كتاب فيه تدرسون |
| | | क्या तुम्हारे पास कोई किताब है जिसमें तुम पढ़ते हो |
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5309 | 68 | 38 | إن لكم فيه لما تخيرون |
| | | कि उसमें तुम्हारे लिए वह कुछ है जो तुम पसन्द करो? |
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5310 | 68 | 39 | أم لكم أيمان علينا بالغة إلى يوم القيامة إن لكم لما تحكمون |
| | | या तुमने हमसे क़समें ले रखी है जो क़ियामत के दिन तक बाक़ी रहनेवाली है कि तुम्हारे लिए वही कुछ है जो तुम फ़ैसला करो! |
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5311 | 68 | 40 | سلهم أيهم بذلك زعيم |
| | | उनसे पूछो, "उनमें से कौन इसकी ज़मानत लेता है! |
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5312 | 68 | 41 | أم لهم شركاء فليأتوا بشركائهم إن كانوا صادقين |
| | | या उनके ठहराए हुए कुछ साझीदार है? फिर तो यह चाहिए कि वे अपने साझीदारों को ले आएँ, यदि वे सच्चे है |
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5313 | 68 | 42 | يوم يكشف عن ساق ويدعون إلى السجود فلا يستطيعون |
| | | जिस दिन पिंडली खुल जाएगी और वे सजदे के लिए बुलाए जाएँगे, तो वे (सजदा) न कर सकेंगे |
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5314 | 68 | 43 | خاشعة أبصارهم ترهقهم ذلة وقد كانوا يدعون إلى السجود وهم سالمون |
| | | उनकी निगाहें झुकी हुई होंगी, ज़िल्लत (अपमान) उनपर छा रही होगी। उन्हें उस समय भी सजदा करने के लिए बुलाया जाता था जब वे भले-चंगे थे |
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