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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5272 | 68 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم ن والقلم وما يسطرون |
| | | नून॰। गवाह है क़लम और वह चीज़ जो वे लिखते है, |
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5273 | 68 | 2 | ما أنت بنعمة ربك بمجنون |
| | | तुम अपने रब की अनुकम्पा से कोई दीवाने नहीं हो |
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5274 | 68 | 3 | وإن لك لأجرا غير ممنون |
| | | निश्चय ही तुम्हारे लिए ऐसा प्रतिदान है जिसका क्रम कभी टूटनेवाला नहीं |
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5275 | 68 | 4 | وإنك لعلى خلق عظيم |
| | | निस्संदेह तुम एक महान नैतिकता के शिखर पर हो |
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5276 | 68 | 5 | فستبصر ويبصرون |
| | | अतः शीघ्र ही तुम भी देख लोगे और वे भी देख लेंगे |
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5277 | 68 | 6 | بأييكم المفتون |
| | | कि तुममें से कौन विभ्रमित है |
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5278 | 68 | 7 | إن ربك هو أعلم بمن ضل عن سبيله وهو أعلم بالمهتدين |
| | | निस्संदेह तुम्हारा रब उसे भली-भाँति जानता है जो उसके मार्ग से भटक गया है, और वही उन लोगों को भी जानता है जो सीधे मार्ग पर हैं |
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5279 | 68 | 8 | فلا تطع المكذبين |
| | | अतः तुम झुठलानेवालों को कहना न मानना |
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5280 | 68 | 9 | ودوا لو تدهن فيدهنون |
| | | वे चाहते है कि तुम ढीले पड़ो, इस कारण वे चिकनी-चुपड़ी बातें करते है |
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5281 | 68 | 10 | ولا تطع كل حلاف مهين |
| | | तुम किसी भी ऐसे व्यक्ति की बात न मानना जो बहुत क़समें खानेवाला, हीन है, |
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