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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5268 | 67 | 27 | فلما رأوه زلفة سيئت وجوه الذين كفروا وقيل هذا الذي كنتم به تدعون |
| | | तो जब ये लोग उसे करीब से देख लेंगे (ख़ौफ के मारे) काफिरों के चेहरे बिगड़ जाएँगे और उनसे कहा जाएगा ये वही है जिसके तुम ख़वास्तग़ार थे |
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5269 | 67 | 28 | قل أرأيتم إن أهلكني الله ومن معي أو رحمنا فمن يجير الكافرين من عذاب أليم |
| | | (ऐ रसूल) तुम कह दो भला देखो तो कि अगर ख़ुदा मुझको और मेरे साथियों को हलाक कर दे या हम पर रहम फरमाए तो काफ़िरों को दर्दनाक अज़ाब से कौन पनाह देगा |
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5270 | 67 | 29 | قل هو الرحمن آمنا به وعليه توكلنا فستعلمون من هو في ضلال مبين |
| | | तुम कह दो कि वही (ख़ुदा) बड़ा रहम करने वाला है जिस पर हम ईमान लाए हैं और हमने तो उसी पर भरोसा कर लिया है तो अनक़रीब ही तुम्हें मालूम हो जाएगा कि कौन सरीही गुमराही में (पड़ा) है |
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5271 | 67 | 30 | قل أرأيتم إن أصبح ماؤكم غورا فمن يأتيكم بماء معين |
| | | ऐ रसूल तुम कह दो कि भला देखो तो कि अगर तुम्हारा पानी ज़मीन के अन्दर चला जाए कौन ऐसा है जो तुम्हारे लिए पानी का चश्मा बहा लाए |
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5272 | 68 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم ن والقلم وما يسطرون |
| | | नून क़लम की और उस चीज़ की जो लिखती हैं (उसकी) क़सम है |
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5273 | 68 | 2 | ما أنت بنعمة ربك بمجنون |
| | | कि तुम अपने परवरदिगार के फ़ज़ल (व करम) से दीवाने नहीं हो |
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5274 | 68 | 3 | وإن لك لأجرا غير ممنون |
| | | और तुम्हारे वास्ते यक़ीनन वह अज्र है जो कभी ख़त्म ही न होगा |
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5275 | 68 | 4 | وإنك لعلى خلق عظيم |
| | | और बेशक तुम्हारे एख़लाक़ बड़े आला दर्जे के हैं |
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5276 | 68 | 5 | فستبصر ويبصرون |
| | | तो अनक़रीब ही तुम भी देखोगे और ये कुफ्फ़ार भी देख लेंगे |
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5277 | 68 | 6 | بأييكم المفتون |
| | | कि तुममें दीवाना कौन है |
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