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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5057 | 56 | 78 | في كتاب مكنون |
| | | एक सुरक्षित किताब में अंकित है। |
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5058 | 56 | 79 | لا يمسه إلا المطهرون |
| | | उसे केवल पाक-साफ़ व्यक्ति ही हाथ लगाते है |
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5059 | 56 | 80 | تنزيل من رب العالمين |
| | | उसका अवतरण सारे संसार के रब की ओर से है। |
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5060 | 56 | 81 | أفبهذا الحديث أنتم مدهنون |
| | | फिर क्या तुम उस वाणी के प्रति उपेक्षा दर्शाते हो? |
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5061 | 56 | 82 | وتجعلون رزقكم أنكم تكذبون |
| | | और तुम इसको अपनी वृत्ति बना रहे हो कि झुठलाते हो? |
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5062 | 56 | 83 | فلولا إذا بلغت الحلقوم |
| | | फिर ऐसा क्यों नहीं होता, जबकि प्राण कंठ को आ लगते है |
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5063 | 56 | 84 | وأنتم حينئذ تنظرون |
| | | और उस समय तुम देख रहे होते हो - |
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5064 | 56 | 85 | ونحن أقرب إليه منكم ولكن لا تبصرون |
| | | और हम तुम्हारी अपेक्षा उससे अधिक निकट होते है। किन्तु तुम देखते नहीं – |
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5065 | 56 | 86 | فلولا إن كنتم غير مدينين |
| | | फिर ऐसा क्यों नहीं होता कि यदि तुम अधीन नहीं हो |
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5066 | 56 | 87 | ترجعونها إن كنتم صادقين |
| | | तो उसे (प्राण को) लौटा दो, यदि तुम सच्चे हो |
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