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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5024 | 56 | 45 | إنهم كانوا قبل ذلك مترفين |
| | | ये लोग इससे पहले (दुनिया में) ख़ूब ऐश उड़ा चुके थे |
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5025 | 56 | 46 | وكانوا يصرون على الحنث العظيم |
| | | और बड़े गुनाह (शिर्क) पर अड़े रहते थे |
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5026 | 56 | 47 | وكانوا يقولون أئذا متنا وكنا ترابا وعظاما أإنا لمبعوثون |
| | | और कहा करते थे कि भला जब हम मर जाएँगे और (सड़ गल कर) मिटटी और हडिडयाँ (ही हडिडयाँ) रह जाएँगे |
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5027 | 56 | 48 | أوآباؤنا الأولون |
| | | तो क्या हमें या हमारे अगले बाप दादाओं को फिर उठना है |
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5028 | 56 | 49 | قل إن الأولين والآخرين |
| | | (ऐ रसूल) तुम कह दो कि अगले और पिछले |
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5029 | 56 | 50 | لمجموعون إلى ميقات يوم معلوم |
| | | सब के सब रोजे मुअय्यन की मियाद पर ज़रूर इकट्ठे किए जाएँगे |
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5030 | 56 | 51 | ثم إنكم أيها الضالون المكذبون |
| | | फिर तुमको बेशक ऐ गुमराहों झुठलाने वालों |
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5031 | 56 | 52 | لآكلون من شجر من زقوم |
| | | यक़ीनन (जहन्नुम में) थोहड़ के दरख्तों में से खाना होगा |
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5032 | 56 | 53 | فمالئون منها البطون |
| | | तो तुम लोगों को उसी से (अपना) पेट भरना होगा |
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5033 | 56 | 54 | فشاربون عليه من الحميم |
| | | फिर उसके ऊपर खौलता हुआ पानी पीना होगा |
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