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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
5014 | 56 | 35 | إنا أنشأناهن إنشاء |
| | | (और वहाँ उनकी पत्नियों को) निश्चय ही हमने एक विशेष उठान पर उठान पर उठाया |
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5015 | 56 | 36 | فجعلناهن أبكارا |
| | | और हमने उन्हे कुँवारियाँ बनाया; |
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5016 | 56 | 37 | عربا أترابا |
| | | प्रेम दर्शानेवाली और समायु; |
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5017 | 56 | 38 | لأصحاب اليمين |
| | | सौभाग्यशाली लोगों के लिए; |
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5018 | 56 | 39 | ثلة من الأولين |
| | | वे अगलों में से भी अधिक होगे |
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5019 | 56 | 40 | وثلة من الآخرين |
| | | और पिछलों में से भी अधिक होंगे |
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5020 | 56 | 41 | وأصحاب الشمال ما أصحاب الشمال |
| | | रहे दुर्भाग्यशाली लोग, तो कैसे होंगे दुर्भाग्यशाली लोग! |
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5021 | 56 | 42 | في سموم وحميم |
| | | गर्म हवा और खौलते हुए पानी में होंगे; |
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5022 | 56 | 43 | وظل من يحموم |
| | | और काले धुएँ की छाँव में, |
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5023 | 56 | 44 | لا بارد ولا كريم |
| | | जो न ठंडी होगी और न उत्तम और लाभप्रद |
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