نتائج البحث: 6236
|
ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
4982 | 56 | 3 | خافضة رافعة |
| | | कि किसी को पस्त करेगी किसी को बुलन्द |
|
4983 | 56 | 4 | إذا رجت الأرض رجا |
| | | जब ज़मीन बड़े ज़ोरों में हिलने लगेगी |
|
4984 | 56 | 5 | وبست الجبال بسا |
| | | और पहाड़ (टकरा कर) बिल्कुल चूर चूर हो जाएँगे |
|
4985 | 56 | 6 | فكانت هباء منبثا |
| | | फिर ज़र्रे बन कर उड़ने लगेंगे |
|
4986 | 56 | 7 | وكنتم أزواجا ثلاثة |
| | | और तुम लोग तीन किस्म हो जाओगे |
|
4987 | 56 | 8 | فأصحاب الميمنة ما أصحاب الميمنة |
| | | तो दाहिने हाथ (में आमाल नामा लेने) वाले (वाह) दाहिने हाथ वाले क्या (चैन में) हैं |
|
4988 | 56 | 9 | وأصحاب المشأمة ما أصحاب المشأمة |
| | | और बाएं हाथ (में आमाल नामा लेने) वाले (अफ़सोस) बाएं हाथ वाले क्या (मुसीबत में) हैं |
|
4989 | 56 | 10 | والسابقون السابقون |
| | | और जो आगे बढ़ जाने वाले हैं (वाह क्या कहना) वह आगे ही बढ़ने वाले थे |
|
4990 | 56 | 11 | أولئك المقربون |
| | | यही लोग (ख़ुदा के) मुक़र्रिब हैं |
|
4991 | 56 | 12 | في جنات النعيم |
| | | आराम व आसाइश के बाग़ों में बहुत से |
|